सर्दियों के मौसम में बालों की खास देखभाल करना काफी मुश्किल टास्क होता है. वहीं बेस्ट हेयर प्रोडक्ट का चुनाव करने के बाद भी सर्दियों में बाल ड्राई और फ्रिजी नजर आते हैं. ऐसे में कुछ आदतों को अपने हेयर केयर रूटीन (Hair care routine) में शामिल करना आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकता है. जी हां, सर्दी के दौरान कुछ खास हेयर केयर टिप्स फॉलो करके आप ठंड में भी बालों का खास ख्याल रख सकते हैं.
सर्दियों में ड्राइनेस के कारण ज्यादातर लोगों को हेयर फॉल और डैंड्रफ की समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं महंगे हेयर प्रोडक्ट यूज करने के बाद भी बालों की समस्या से छुटकारा पाना कई लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है. इसलिए हम आपसे शेयर करने जा रहे हैं सर्दियों की कुछ खास हेयर केयर हैबिट्स, जिन्हें अपनाकर आप ठंड में भी बालों को हेल्दी और शाइनी रख सकते हैं.
हेयर ऑयल अप्लाई करें
सर्दियों में बालों की ड्राइनेस दूर करने के लिए हेयर ऑयल का इस्तेमाल बेहतर विकल्प साबित होता है. बता दें कि नियमित रूप से बालों पर तेल की मालिश करने से स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है. वहीं बालों में तेल लगाने से स्कैल्प हाइड्रेटेड और हेल्दी भी रहता है. जिससे बालों का झड़ना और डैंड्रफ भी कम होने लगता है.
बालों पर लगाएं एलोवेरा जेल
एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल तत्वों से युक्त एलोवेरा जेल में सैलिसिलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जिससे आपके बाल सर्दियों में भी घने और ड्रैंडफ फ्री नजर आते हैं. वहीं बालों पर एलोवेरा जेल लगाने स्कैल्प की नमी बरकरार रहती है और बाल मुलायम भी रहते हैं.
सर्दियों में बालों को पोषण देने के लिए आप नेचुरल हेयर मास्क भी अप्लाई कर सकते हैं. इससे बालों का रुखापन और झड़ना भी काफी हद तक कम हो जाता है. वहीं अगर आप चाहें तो मार्केट बेस्ड हेयर मास्क ट्राई कर भी सर्दियों में बालों को हेल्दी रख सकते है. एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल तत्वों से युक्त एलोवेरा जेल में सैलिसिलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जिससे आपके बाल सर्दियों में भी घने और ड्रैंडफ फ्री नजर आते हैं. वहीं बालों पर एलोवेरा जेल लगाने स्कैल्प की नमी बरकरार रहती है और बाल मुलायम भी रहते हैं.
विंटर के मौसम में स्किन के ड्राई हो जाने की समस्या काफी कॉमन है. ऐसे में डॉक्टर हाइड्रेशन की बात करते हैं और स्किन का खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं. बच्चों में भी ऐसी समस्याओं का होना आम बात है, लेकिन कई बार विंटर के मौसम में बच्चों की पीठ, हाथ पैर या शरीर के अन्य अंगों पर कुछ ऐसे रैश हो जाते हैं, जो उन्हें बेचैन कर देते हैं. इन रैश पर ना तो नॉर्मल लोशन लगाने से आराम मिलता है और ना ही दवाओं के इस्तेमाल से. ये रैश नॉर्मल रैश की तुलना में काफी खतरनाक होते हैं. शरीर पर हुए रैश होने के साथ साथ उन्हें उल्टी, बुखार और कई बार तो सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है. यहां हम आपको बताते हैं कि किन कारणों से बच्चों के शरीर पर रैश हो सकते हैं और उन्हें कब डॉक्टर के पास दिखाने की जरूरत होती है.
Comments
Post a Comment